kanchan singla

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मैं चांद पर जाऊंगा मां

मैं चांद पर जाऊंगा मां
चंदा मामा से मिल आऊंगा मां
सितारों से घर सजाऊंगा मां
तेरे जीवन को रोशन बनाऊंगा मां
एक दिन मैं चांद पर जाऊंगा मां
तुझे रोज किस्से सुनाऊंगा मां
तुझे किस्सों में चांद पर ले जाऊंगा मां
मैं मेरा बचपन दोहराऊंगा मां
तू मुझे किस्से सुना सुलाती थी 
मैं तुझे किस्से सुना कर सुलाऊंगा मां
जिस दिन चांद पर जाऊंगा मां
उस दिन उसकी थोड़ी सी शीतलता चुरा लाऊंगा मां 
जलते धूप से तेरे इस जीवन को चांद की तरह शीतल बनाऊंगा मां ।।

- कंचन सिंगला
कोपीराइट ©®
लेखनी प्रतियोगिता -13-Jul-2022

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9 Comments

Seema Priyadarshini sahay

14-Jul-2022 04:39 PM

बहुत खूबसूरत

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Punam verma

14-Jul-2022 04:30 PM

Nice

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Swati chourasia

14-Jul-2022 09:49 AM

बहुत खूब 👌

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